उत्तर प्रदेश: इटावा जिले के बकेवर इलाका स्थित फतेहपुरा गांव में दबंगों ने एनएसजी कमांडो पर जानलेवा हमलाकिया है. इस हमले में एनएसजी कमांडो के जवान घायल हो गए हैं. वहीं, जवान ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दंबगों का साथ देने की बात कही है.कमांडो ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बावजूद भी दबंगों ने कमांडो के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया.
ग्रमीणों ने दबंगों से एनएसजी कमांडो को बचाया. ग्रामीणों ने कहा कि हवाई फायरिंग और लाठी- डंडों से हमला किया गया है. जबकि कमांडो का कहना है कि पान सिंह तोमर बनने पर मजबूर न करें. साथ ही पीड़ित जवान एसएसपी के पास जान बचाने की गुहार लगाने जा पास पहुंचा. जवान का कहना है कि देश को सर्वाेच्च सुरक्षा देने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड ही सुरक्षित नहीं हैं. वहीं बकेवर थाना पुलिस की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. एनएसजी कमांडो के ऊपर दो दिन में दो बार जानलेवा हमला हुआ है. साथ ही लूटपाट की वारदात को भी अंजाम गया .
किसानो ने बचाई एनएसजी कमांडो जान
इटावा मुख्यालय पहंच कर पीड़ित एनएसजी कमांडो राजीव भदौरिया ने बताया कि रविवार शाम को बकेवर थाना क्षेत्र के फतेहपुरा गांव में उनके बड़े भाई संजीव भदौरिया और भतीजे शिवांशु भदौरिया के साथ गांव के ही दबंगों ने जमीनी विवाद को लेकर मारपीट कर दी. जिसके बाद पीड़ित राजीव ने थाना बकेवर में इसकी शिकायत दर्ज करवाई. आज सुबह पीड़ित अपने गांव से थाने पर जा रहा था. तभी दो दर्जन लोगों ने घेर कर एनएसजी कमांडों के ऊपर फिर से हमला बोल दिया. मारपीट करते हुए हवाई फायरिंग कर दी. पर खेत पर मौजूद किसानों ने दबंगों से एनएसजी कमांडो को बचाया.
एनएसजी जवान ने कहा पान सिंह तोमर बनने पर मजबूर न करें
एनएसजी जवान राजीव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वह देश की सुरक्षा के लिए तैनात है, लेकिन उसकी सुरक्षा कोई नहीं कर रहा है. उसके गांव के दबंग पुश्तैनी जमीन को लेकर आये दिन हमें और मेरे परिवार के साथ गाली ग्लौज करते हैं. 2016 में भी इन लोगों ने मारपीट की थी. राजीव ने कहा कि हमें पान सिंह तोमर बनने पर मजबूर न करें. अगर मेरे परिवार की सुरक्षा पुलिस नहीं कर सकती तो कहीं हमें मजबूरी हथियार न उठाना पड़े. राजीव ने बकेवर पुलिस को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.