भारतीय नौसेना को एक ऐसा ड्रोन मिलने वाला है जो मानव यानी इंसान को लेकर उड़ने में सक्षम है. इसका नाम वरुण रखा गया है. करीब 100 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम इस ड्रोन को जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा.
इंसान को लेकर उड़ान भरने में सक्षम ड्रोन जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल होने वाला है. भारतीय स्टार्टअप सागर डिफेंस इंजीनियरिंग द्वारा विकसित यह ड्रोन देश का पहला मानव यानी इंसान को ले जाने वाला ड्रोन है. करीब 100 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम इस ड्रोन को भारतीय नौसेना में बहुत जल्द शामिल किया जाएगा.
यह देखने में बिल्कुल हेलिकॉप्टर जैसा है, जिसमें केवल एक आदमी के बैठने की जगह है. इसमें कुल 16 विंग्स हैं. बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले मानव ड्रोन का परीक्षण देखा था.
सागर डिफेंस इंजीनियरिंग संस्थापक के मुताबिक, यह ड्रोन 100 किलोग्राम कार्गो वजन उठा सकता है या फिर मेडिकल इवैक्यूएशन कर सकता है. यह 25-30 किमी की रेंज के साथ लगभग 30 मिनट तक उड़ान भर सकता है. इतना ही नहीं इस ड्रोन में हवा में तकनीकी खराबी के बाद सुरक्षित लैंडिंग करने भी सक्षम है. ड्रोन पर एक पैराशूट लगाया गया है, जो आपात स्थिति में खुल जाता है और ड्रोन सुरक्षित जमीन पर उतर जाता है.
दरअसल, इस तरह के ड्रोन का इस्तेमाल 'दूर-दराज़' के इलाकों में एयर एंबुलेंस या फिर सामान ट्रांसपोर्ट के लिए किया जा सकता है. हालांकि, भारतीय नौसेना में इस विमान के शामिल किए जाने की बात तो सामने आ गई है, मगर कब तक होगा, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.
दरअसल, पुणे की सागर डिफेंस इंजिनियरिंग भारत सरकार और डिफेंस के लिए अलग-अलग ड्रोन और मानव रहित बोट बनाती है. सागर डिफेंस इंजीनियरिंग के सह-संस्थापक मृदुल बब्बर ने बीते दिनों बताया था कि हमने चार-पांच साल इस पर काफी मेहनत की है. अभी जुलाई में पीएम मोदी ने इसका ट्रायल दिल्ली में देखा था. ड्रोन में 16 रोटर है. इसमें सेफ्टी का सबसे ज्यादा ध्यान रखा गया है, क्योंकि पहली बार ड्रोन में कोई इंसान उड़ेगा.