पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा नेता और चामराजनगर के सांसद वी श्रीनिवास प्रसाद का रविवार देर रात निधन हुआ। श्रीनिवास प्रसाद का निधन उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हुआ। उन्होंने बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में आखिरी सांस लीं।
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा के लिए ये एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि चामराजनगर लोकसभा सीट से श्रीनिवास प्रसाद भाजपा के इस बार उम्मीदवार नहीं थे। भाजपा ने चामराजनगर सीट से पूर्व विधायक एस. बालाराज को टिकट दिया था।
हालांकि वो चाहते थे कि लोकसभा चुनाव-2024 में उनके दामाद को भाजपा चामराजनगर लोकसभा सीट से टिकट दे। लेकिन भाजपा ने एस. बालाराज को प्रत्याशी बनाया।
श्रीनिवास प्रसाद 4 दिनों से ICU में थे भर्ती
श्रीनिवास प्रसाद पिछले 4 दिनों से आईसीयू (ICU) में भर्ती थे। श्रीनिवास कई बीमारियों से पीड़ित थे। 22 अप्रैल 2024 को उन्हें बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि मल्टी-ऑर्गन फेल्योर की वजह से उनका निधन हुआ। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर आज (29 अप्रैल) को मैसूरु में उनके जयलक्ष्मीपुरम आवास पर लाया जाएगा।
जानिए श्रीनिवास प्रसाद के बारे में?
श्रीनिवास चामराजनगर से 6 बार सांसद और नंजनगुड से 2 बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी।
6 जुलाई 1947 को मैसूर में जन्में श्रीनिवास प्रसाद ने पहला चुनाव 17 मार्च 1974 को कृष्णराज विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में निर्दलीय लड़ा था। यहीं से उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया था।
श्रीनिवास प्रसाद बचपन से 1972 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक थे और जनसंघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में सक्रिय थे। एक दलित नेता और राजनीतिज्ञ होने के अलावा वह पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे।
श्रीनिवास प्रसाद ने 14 चुनाव लड़े, जिनमें से आठ में जीत हासिल की। उन्होंने चामराजनगर निर्वाचन क्षेत्र से नौ लोकसभा चुनाव लड़े और छह में विजयी हुए। उन्होंने 1999 से 2004 तक लोकजनशक्ति सांसद के रूप में एबी वाजपेयी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। वह दो बार विधायक चुने गए और कर्नाटक के राजस्व मंत्री के रूप में कार्य किया।
श्रीनिवास प्रसाद ने 1980 में जनता पार्टी के सदस्य के रूप में अपनी लोकसभा की पारी की शुरुआत की थी। हालांकि इसके बाद वो कांग्रेस, फिर जनता दल (यूनाइटेड) में भी शामिल हुए थे। 2016 में सिद्धारमैया कैबिनेट से हटाए जाने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे।
श्रीनिवास प्रसाद के परिवार में उनकी पत्नी भाग्यलक्ष्मी और तीन बेटियां हैं। उनकी बेटियों के नाम प्रथिमा प्रसाद, पूर्णिमा और पूनम। उनके एक अन्य दामाद, देवराज, एक आईआरएस (राजस्व) अधिकारी हैं, जो हैदराबाद में जीएसटी आयुक्त (अपील) के रूप में कार्यरत हैं।